वायु क्या हैं

वायु , आज इसका इतना अधिक महत्व है कि मुझे इसके बारे में बताने की कोई आवश्यकता नहीं हैं। सांस लेने में अनेक प्रकार के कार्यों को करने में आदि में वायु का उपयोग किया जाता हैं।

आज के इस नए आर्टिकल में मैं आपको वायु क्या हैं, वायु के उपयोग उदाहरण सहित बताने वाला हूं।
हेलो मेरा नाम चंदन है इस नए आर्टिकल में आपका स्वागत हैं।

वायु क्या हैं?

वायु (Air) इसके अलग-अलग कई नाम है जैसे कि हवा, पवन, समीर, अनिल इत्यादि । हमारे वायुमंडल में मौजूद वायु कई गैसों का मिश्रण होता है जिसमें नाइट्रोजन लगभग 78%, ऑक्सीजन 21%, कार्बन डाइऑक्साइड 0.03% तथा 0.93% अन्य (आर्गन,हिलियम, जेनान इत्यादि है।)

समुद्र के तल से लगभग 7 किलोमीटर तक वायु में पर्याप्त ऑक्सीजन (02) मौजूद होता हैं। जो कि सभी जीवों के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। इस क्षेत्र को “क्षोभमंडल” (Troposphere) कहते हैंं।

ध्यान देने योग्य बातें – मंगल और शुक्र जैसे ग्रह पर जीवन अभी तक (पोस्ट लिखते समय) नहीं है क्योंकि वहां पर वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा 95% हैं।

वायु के उपयोग

वायु अर्थात् हवा इसका उपयोग निम्नलिखित है जो कि नीचे इस प्रकार से हैं –

पौधों को भोजन तैयार करने के लिए

पेड़-पौधे अपना भोजन पतियों से बनाते हैं। पत्तियों का रंग हरा उसमें मौजूद क्लोरोफिल के कारण होता है । जिसकी उपस्थिति में हरे पौधे कार्बन-डाइऑक्साइड (Co2), जल और सूर्य की रोशनी का उपयोग करके अपना भोजन कार्बोहाइड्रेट (ग्लूकोज) तैयार करते हैं। यह जो प्रक्रिया होती है उसे ही “प्रकाश संश्लेषण” ( Photosynthesis) कहते हैं।

इसका सूत्र नीचे कुछ इस प्रकार से दिए गए हैं –

6 Co2 + 6 H2O सूर्य का प्रकाश / क्लोरोफिल C6 H12 06 + 6 O2

सांस लेने के लिए

हम मनुष्य को श्वसन करने हेतु वायु की आवश्यकता पड़ती हैं। आक्सीजन (O) और (N) नाइट्रोजन का सही अनुपात ही हमारे श्वसन क्रिया के लिए आवश्यक होता हैं। वायु से हमें यह सुविधा बहुत ही आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं।

अगर बात किया जाए तो एक सामान्य व्यक्ति के लिए प्रतिदिन 250 किलोग्राम से लेकर 265 किलोग्राम तक वायु की आवश्यकता पड़ती हैं। सांस लेने की जो प्रक्रिया होती है उसमें हम ऑक्सीजन को ग्रहण करते हैं और कार्बन – डाइऑक्साइड को छोड़ते (त्याग) हैं।

ईंधन के जलने में

इंधन अर्थात् की लकड़ी, कोयला इत्यादि। पेट्रोलियम ईंधन हाइड्रोकार्बन के मिश्रण होते हैं। जब ये जलते हैं तो इसके जलने से कार्बन – डाइऑक्साइड एंव जलवाष्प बनता हैं और साथ में उष्मा भी प्राप्त होती हैं।

CH4 + 2O2 → CO2 + 2H2O + उष्मा

वर्षा हेतु वायु की उपयोगिता

वर्षा जो है वह वायु की गति पर निर्भर करती हैं। वायु की गति और वर्षा का मुख्य कारण क्या हैं उसे समझने के लिए हमें निम्नलिखित बिंदुओं की जानकारी होना अत्यंत आवश्यक हैं –

  • गर्म हवा जो होती है वह ठंडी हवा से काफी हल्की होती हैं।
  • भूमि, जल (H2O) की अपेक्षा तेजी से गर्म एवं ठंडा होता हैं।
  • हवा उच्च दाब से निम्न दाब की ओर प्रवाहित होती हैं।

मिश्रण क्या हैं उदाहरण सहित समझाइए

By Chandan Kumar

Hello My Name Is Chandan Kumar Pal. I am a Writer and Founder of dtution.com

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