जल मनुष्य के जीवन का एक अहम हिस्सा हैं। इसके बिना जीवन की कल्पना ही नहीं की जा सकती हैं। जल काफी अधिक महत्वपूर्ण होता हैं। आज मैं आपको जल क्या हैं In Hindi? इससे संबंधित पूरी जानकारी देने वाला हूं।
आइए शुरू करते हैं हेलो फ्रेंड्स मेरा नाम है चंदन एक और नए पोस्ट में आपका स्वागत हैं।
जल क्या हैं In Hindi?
यह एक आम रसायनिक पदार्थ होता है जो दो अणुओं से मिलकर बना होता हैं। हाइड्रोजन एवं ऑक्सीजन। जल का रासायनिक सूत्र H2O होता हैं।
यह प्रत्येक जीव-जंतु के लिए जीवन का आधार होता हैं।
अन्य शब्दों में पानी की परिभाषा
मनुष्य को जीवित रखने के लिए हवा के बाद दूसरा कोई पदार्थ है वह जल (पानी) ही हैं इसके बिना जीवन की कल्पना कर पाना संभव नहीं है। पृथ्वी तल पर जो जल उपस्थित है उस जलीय भाग को “जलमंडल” ( Hydrosphere) कहते हैंं। इसके अलावा पृथ्वी तल के नीचे भी पानी मौजूद रहता है उस हिस्सा को “भूमिगत जल” (Underground Water) कहते हैं।
जल के उपयोग
आधुनिक समय में जल का उपयोग निम्नलिखित कार्यों को करने में किया जा रहा है नीचे इस प्रकार से दिए गए हैं –
- खेत की सिंचाई करने के लिए
- खाना बनाना हो, कपड़े धोना हो, नहाना हो या फिर पानी पीना हो सब कार्यों में जल का उपयोग किया जाता हैं।
- बिजली के उत्पादन में।
- मछली पालन (मत्स्य पालन) करने के लिए
- गाड़ी धोने में इत्यादि।
जल का स्रोत क्या हैं?
स्रोत (Source) का अर्थ होता है कहां-कहां से प्राप्त की जाती हैं। इसका स्रोत निम्नलिखित है। द्रव के रूप में जल प्रकृति में मुख्य रूप से तीन रूप में पाए जाते हैं –
- भूमिगत जल (Underground Water)
- सतही जल (Surface Water)
- वर्षा जल (Rain Water)
भूमिगत जल (Underground Water)
जब वर्षा होती है तो वर्षा का पानी प्रकृति रूप से रिस कर मिट्टी के अंदर चला जाता है एवं मिट्टी की निचली परत में स्वतः ही सुरक्षित हो जाता है जिसे हम भूमिगत जल कहते हैं।
सतही जल (Surface Water)
वर्षा का जल पृथ्वी तल पर आकर गिरता है और नदी, नहर, पोखरा, झील तथा तालाबों इत्यादि में भरता हैं। नदियों का जल समुद्र में आकर मिलता हैं। समुद्र का जल विशाल भंडार होता हैं। समुद्र का जल खारा (नमकीन) होता है जो कि पीने योग्य बिल्कुल भी नहीं होता हैं।
एक कहावत तो आपने अवश्य सुना होगा
“सागर (समुद्र) कितने मेरे पास है फिर भी मेरे जीवन में प्यास हैं।”
How much ocean is with me, still there is thirst in my life.
वर्षा जल (Rain Water)
भारत में कुल वर्षा 3.7 × 1012 मीटर प्रति वर्ष होती हैं। इसका लगभग 80% हिस्सा दक्षिण-पश्चिम मानसून के कारण होता हैं, जो 4 महीने की अवधि में ही इतना पानी दे देता हैं।
जल का महत्व
इसका महत्व आधुनिक समय में ही नहीं, प्राचीन समय से ही हैं। आपको भी पता होगा पृथ्वी तल का करीब 72% भाग जल से ही ढँका है लेकिन आज पानी पीने के लिए पैसे (Money) देने पड़ते हैं।
मनुष्य के जीवन के लिए
मनुष्य शरीर में होने वाले विभिन्न प्रक्रियाओं जैसे की पाचन क्रिया रक्त संचार आदि के लिए जल अति आवश्यक है हमारे भोजन में उपस्थित लवण और पौष्टिक पदार्थ जल में आसानी से भूल जाते हैं बाद में शरीर सूचित कर लेता हैं।
पौधों के लिए
दूसरे जीव के लिए जितना जल महत्वपूर्ण है उतना ही महत्वपूर्ण पौधों के लिए भी है। बीजों के अंकुरण और पौधों की वृद्धि में जल की भूमिका अहम होता हैं। हरे पौधे प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया द्वारा अपना भोजन स्वयं तैयार करते हैं।